Tuesday, 23 February 2016

  • जब आप दूसरों को दोष देते हो तो आप अपनी बदलाव लाने की ताक़त खो देते हो। अपने भविष्य की ज़िम्मेदारी खुद लो।
    ~ Chris Voss

  • अगर आपको ख़ुशी मिलती है तो लोग ईर्ष्या करेंगे। फिर भी आप खुश रहिये।
    ~ Mother Teresa

  • अगर आपके पास केवल एक ही मुस्कुराहट है तो उसे उसको दो जिसे आप प्यार करते हैं।
    ~ Maya Angelou

  • धन्यवाद कहना अच्छी आदतों से ज्यादा अच्छा है। यह एक आध्यात्मिकता है।
    ~ Alfred Painter

     

     

     

     

     











    • हजारों हैं मेरे अल्फाज के दीवाने;
      मेरी खामोशी सुनने वाला कोई होता तो क्या बात थी।

    • दर्द है दिल में पर इसका एहसास नहीं होता;
      रोता है दिल जब वो पास नहीं होता।

    • कहते हैं दिल से ज्यादा महफूज जगह नहीं दूनिया में और कोई;
      फिर भी ना जाने क्यों सबसे ज्यादा यहीं से लोग लापता होते हैं।

    • बूँद बूँद टपकती हैं तेरी ज़ुल्फ़ों से बारिशें;
      क़तरा क़तरा गिरती हैं मेरे छलनी दिल से ख़्वाहिशें।

    • तुम्हें शिकायत है कि मुझे बदल दिया है वक़्त ने;
      कभी खुद से भी तो सवाल कर कि क्या तू वही है।

    • जूनून-ए-इश्क था तो कट जाती थी रात ख्यालो में;
      सजा-ए-इश्क आयी तो हर लम्हा सदियों सा लगने लगा।

    • हँस कर कबूल क्या कर ली सजाएँ मैंने,
      ज़माने ने दस्तूर ही बना लिया हर इलज़ाम मुझ पर मढ़ने का।

    • तेरी इबादत का रंग इस कदर गहरा चढ़ा;
      नजर जहाँ पड़ी वहीं तेरा दीदार हुआ।

    • रूकता भी नहीं ठीक से चलता भी नही,
      यह दिल है कि तेरे बाद सँभलता ही नही।

    • ख्यालों में तेरी तस्वीर रख कर चूम लेता हूँ,
      हथेली पर तुम्हारा नाम लिख कर चूम लेता हूँ;
      तुम्हारे आँख के आँसू जो मुझ को याद आते हैं,
      तो मैं चुपके से खुद आँसू बहाकर चूम लेता हूँ।

     

    • नहीं बसती किसी और की सूरत अब इन आँखो में,
      काश कि हमने तुम्हें इतने गौर से ना देखा होता।

    • भूल जाऊंगा उसी वक़्त उसी पल,
      बस तू उससे मिला दे जो मुझसे ज़्यादा चाहता है तुम्हें।

    • वो आ रहे हैं वो आते हैं आ रहे होंगे,
      शब-ए-फ़िराक़ ये कह कर गुज़ार दी हम ने।
      ~ Faiz Ahmad Faiz

    • तकलीफ़ मिट गयी मगर एहसास रह गया;
      ख़ुश हूँ कि कुछ न कुछ तो मेरे पास रह गया।

    • एक कहानी सी दिल पर लिखी रह गयी,
      वो नज़र जो मुझे देखती रह गयी;
      लोग आ कर बाजार में बिक भी गए,
      मेरी कीमत लगी की लगी रह गयी।

    • जीने के लिए जान जरुरी है, हमारे लिए तो आप जरुरी हैं;
      मेरे चेहरे पे चाहे गम हो, आपके चेहरे पे मुस्कान जरुरी है।

    • कहीं छत थी, दीवार-ओ-दर थे कहीं, मिला मुझे घर का पता देर से;
      दिया तो बहुत ज़िन्दगी ने मुझे, मगर जो दिया, वो दिया देर से।
      ~ Nida Fazli

    • फ़क़ीर मिज़ाज़ हूँ मैं, अपना अंदाज़ औरों से जुदा रखता हूँ;
      लोग मंदिर मस्जिदों में जाते हैं, मैं अपने दिल में ख़ुदा रखता हूँ।

    • तू न कर ज़िक्र-ए-मोहब्बत कोई गम नहीं;
      तेरी ख़ामोशी भी सच बयाँ कर देती है।

    • हम तो बने ही थे तबाह होने के लिए;
      तेरा छोड़ जाना तो महज़ एक बहाना बन गया।

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